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कपास का भाव | Rate of Cotton crop | Market price of Cotton crop - Blog 122

| कपास का भाव |  | Rate of Cotton crop | | Market price of Cotton crop | cotton-price-today 6 जून 2025 को मध्य प्रदेश में कपास (कपास) के मंडी भाव निम्नलिखित हैं:( commodityonline.com ) 🧾 कपास के औसत भाव (मध्य प्रदेश) किलो के हिसाब से: ₹69.71 क्विंटल के हिसाब से: ₹6,971.35 टन के हिसाब से: ₹69,713.53 न्यूनतम मंडी भाव: ₹3,600/क्विंटल अधिकतम मंडी भाव: ₹8,055/क्विंटल ( commodityonline.com , commodityonline.com ) 📍 प्रमुख मंडियों में कपास के भाव थांदला (झाबुआ): ₹6,820/क्विंटल खंडवा: ₹6,200/क्विंटल झाबुआ: ₹6,400/क्विंटल गंधवानी (धार): ₹6,300 – ₹7,400/क्विंटल ( napanta.com , napanta.com ) 📈 कपास के भाव में हालिया रुझान हाल के दिनों में कपास के भाव में तेजी देखी गई है, जिसका मुख्य कारण घरेलू मांग में वृद्धि और उत्पादन में कमी है। ( ghamasan.com ) 📌 इंदौर मंडी में कपास के भाव वर्तमान में इंदौर मंडी में कपास के भाव की सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, मध्य प्रदेश की अन्य मंडियों में कपास के भाव ₹6,200 से ₹8,055/क्विंटल के बीच हैं। इंदौर मं...

कपास की फसल सम्बन्धित प्रश्न और उत्तर | Q&A for Cotton Crop - Blog 121

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कपास की फसल सम्बन्धित प्रश्न और उत्तर कपास कौन से महीने में बोया जाता है? यदि पर्याप्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध हैं तो कपास की फसल को मई माह में ही लगाया जा सकता है। सिंचाई की पर्याप्त उपलब्धता न होने पर मानसून की उपयुक्त वर्षा होते ही कपास की फसल लगा सकते हैं। कपास की उत्तम फसल के लिए आदर्श जलवायु का होना आवश्यक है। कपास की खेती के लिए सबसे उचित भूमि कौन सी है? कपास के लिए काली मिट्टी सर्वोत्तम होती है, भारत में दक्कन पठार में काली मिट्टी के कारण वहां कपास की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। भारत में कपास की खेती मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गुजरात और आंध्र प्रदेश में की जाती है। कपास के लिए कौन सा खाद देना चाहिए? कपास में 50 किलो यूरिया, 150 किलो सुपर फास्फेट, 40 किलो म्यूरेट पोटाश व 10 किलो ¨जक सल्फेट प्रति एकड़ देना चाहिए। देशी कपास में एक-एक कट्टा यूरिया 45 व 75 दिन बाद डालें। खरपतवार नियंत्रण के लिए दो दिन बार निराई-गुड़ाई करनी चाहिए। नरमे की खेती कैसे की जाती है? नरमा के लिए चार किलो प्रमाणित बीज प्रति एकड़ डालना चाहिए| नरमा का बीज लगभग 4 से 5 सेंटीमीटर की गहराई पर डालें| बुवाई कपास ड्रि...

कपास में विल्ट रोग और जड़ सड़न रोग से बचाव की जानकारी | Wilt of Cotton crop - Blog 120

कपास में विल्ट रोग पैरा विल्ट या पैरा विगलन, जिसे 'अचानक होने वाली कुम्हलाहट' के रूप में जाना जाता है, खेतों में बेतरतीब ढंग से फैलती है तथा असामयिक तौर पर होती हैं। इस विकार में स्वाभाविक तौर पर खेतों में कोई संरचनाएं नहीं होती हैं और इसे लेकर अक्सर लोगों में रोगाणुओं की वजह से होने वाली बीमारियों का भ्रम रहता है। मुख्य लक्षणों में पत्तियों की कुम्हलाहट और बदरंग होना शामिल है। पत्तियां का रंग हरिमाहीन से बदलकर पीतल जैसे रंग वाला या लाल हो सकता है और बाद में ऊतक सूखने लगते हैं। यह विकार विशेष रूप से ऐसे पौधों को प्रभावित करता है जो तेज़ी से बढ़ते हैं, जिनके बड़े छत्र होते हैं, और काफ़ी भारी बीजकोष होते हैं। बीजकोषों और पत्तियों का शुरुआती दौर में गिरना और बीजकोषों का शुरुआत में ही प्रस्फुटन हो सकता है। पौधे दुबारा ठीक हो सकते हैं, लेकिन उपज नकारात्मक रूप से प्रभावित होगी। ट्रिगर पैरा विल्ट या पैरा विगलन एक दैहिक विकार है, जिसका मतलब है कि कोई भी कवक, बैक्टीरिया, विषाणु या ऐसा कुछ इसमें शामिल नहीं है। ये कपास के पौधों में अन्य बीमारियों या बलाघात की तरह नहीं होता, बल्कि कुछ ही घंट...

Cultivation Practice of Cotton crop | BT Cotton crop | Cotton Cultivation in India - Blog 119

Cultivation Practice of Cotton crop | BT Cotton crop | Cotton Cultivation in India कपास की खेती कैसे करें Cotton Farming in Hindi Cotton (कपास) Crop Name- Cotton ,कपास,  सफ़ेद सोना Botnical Name-  Crop Type- नगद फसल, मेहनती खेती, अधिक परिश्रम की आवश्यकता,  Watering - High Cultivation - Manual Harvesting - Machine & Manual Labour - Low Sunlight - Low pH Value - 6 - 8 Temperature - 15 - 35 °C Fertilization - NPK @ 30:12:0 Kg/Acre 65kg/acre urea, SSP 75kg/acre India Area- 6 मिलियन = तटीय इलाको World -   कपास को तीन श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है :- 1. लम्बे रेशा वाले कपास (Large Fibrous Cotton) = लम्बाई 5 सेंटीमीटर सर्वोतम, उच्च कोटि की कपड़ो /वस्तुओं में शामिल = यह किस्म भारत में दूसरे नंबर पर उगाई जाती है, तटीय हिस्सों में इसकी खेती को मुख्य रूप से किया जाता है, इसलिए यह समुद्री द्वीपीय कपास भी कहलाता है | कपास के कुल उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी 40% तक की होती है | 2. मध्य रेशा वाला कपास (Medium Fiber Cotton)= लम्ब...