बच्चों में थायरॉइड की समस्याएं | Thyroid Problem in Child - Blog 166
बच्चों में थायरॉइड की समस्याएं
बच्चों में थायरॉइड की समस्याएं एक आम स्वास्थ्य मुद्दा है, जिसके बारे में माता-पिता को जागरूक होना चाहिए। थायरॉइड ग्रंथि गर्दन में स्थित एक छोटी सी ग्रंथि होती है जो शरीर के विकास और विकास के लिए आवश्यक हार्मोन का उत्पादन करती है। जब यह ग्रंथि पर्याप्त या बहुत अधिक हार्मोन का उत्पादन करती है, तो यह बच्चों में विभिन्न समस्याओं का कारण बन सकती है।
थायरॉइड क्या है?
थायरॉइड ग्रंथि एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो गर्दन में स्थित होती है। यह ग्रंथि थायरॉक्सिन (T4) और ट्रायोडोथायरोनिन (T3) नामक हार्मोन का उत्पादन करती है। ये हार्मोन शरीर के सभी कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं और विकास, विकास और चयापचय को नियंत्रित करते हैं।
बच्चों में थायरॉइड की समस्याओं के प्रकार
बच्चों में थायरॉइड की दो मुख्य समस्याएं होती हैं:
- हाइपोथायरॉइडिज्म: इस स्थिति में, थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है।
- हाइपरथायरॉइडिज्म: इस स्थिति में, थायरॉइड ग्रंथि बहुत अधिक हार्मोन का उत्पादन करती है।
1. हाइपोथायरॉइडिज्म (Hypothyroidism):
हाइपोथायरॉइडिज्म में थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बनाती, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। यह बच्चों में जन्मजात (congenital) या बाद में जीवन में विकसित हो सकता है।
लक्षण:
- धीमा विकास या वृद्धि में देरी
- थकान और सुस्ती
- वजन बढ़ना या मोटापा
- ठंड लगना
- ठंड सहन न कर पाना
- सूखा और मोटा त्वचा
- कब्ज
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- बच्चों में बोलने और सीखने में कठिनाई
- सूजन
- पीलापन
- कमजोर मांसपेशियां
- विकास में देरी
- याददाश्त की समस्याएं
कारण:
- जन्मजात हाइपोथायरॉइडिज्म (जन्म से ही थायरॉइड ग्रंथि विकसित नहीं होना)
- आयोडीन की कमी
- ऑटोइम्यून विकार जैसे हाशिमोटो थायरॉइडिटिस
उपचार:
- बच्चों को थायरॉइड हार्मोन की दवाएं दी जाती हैं, जो शरीर में हार्मोन की कमी को पूरा करती हैं। यह दवा नियमित रूप से और डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेनी चाहिए।
2. हाइपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism):
हाइपरथायरॉइडिज्म में थायरॉइड ग्रंथि अत्यधिक मात्रा में हार्मोन बनाती है, जिससे मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है। बच्चों में यह समस्या कम देखी जाती है।
लक्षण:
- वजन कम होना
- वजन घटने के बावजूद भूख बढ़ना
- तेज दिल की धड़कन
- पसीना आना और गर्मी सहन न कर पाना
- चिड़चिड़ापन और घबराहट, बेचैनी
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- दस्त
- नींद की समस्या
- गर्दन में सूजन (गलगंड)
- हाथ कांपना
- बालों का झड़ना
कारण:
- ग्रेव्स डिजीज (Graves' disease), एक ऑटोइम्यून विकार जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम थायरॉइड को ओवरएक्टिव कर देता है।
उपचार:
- एंटीथायरॉइड दवाएं, जो थायरॉइड हार्मोन के उत्पादन को नियंत्रित करती हैं।
- रेडियोएक्टिव आयोडीन थेरेपी या सर्जरी भी गंभीर मामलों में आवश्यक हो सकती है।
बच्चों में थायरॉइड समस्याओं के प्रभाव:
- शारीरिक और मानसिक विकास में रुकावट।
- पढ़ाई और स्कूल की गतिविधियों में कठिनाई।
- सामाजिक और भावनात्मक व्यवहार में बदलाव।
निदान:
- रक्त परीक्षण के जरिए थायरॉइड हार्मोन के स्तर की जाँच की जाती है (TSH, T3, T4)।
- जन्मजात हाइपोथायरॉइडिज्म की जाँच नवजात शिशुओं में जन्म के तुरंत बाद की जाती है।
बचाव के उपाय:
- आयोडीन युक्त नमक का सेवन सुनिश्चित करना (आयोडीन थायरॉइड हार्मोन के उत्पादन के लिए जरूरी होता है)।
- बच्चों की वृद्धि और विकास पर ध्यान देना और समय-समय पर थायरॉइड की जाँच कराना।
अगर बच्चों में थायरॉइड की समस्या का संदेह हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है ताकि उचित निदान और उपचार शुरू किया जा सके।
बच्चों में थायरॉइड की समस्याओं के कारण
- जन्मजात विकार
- ऑटोइम्यून बीमारियां
- आयोडीन की कमी
- दवाएं
- विकिरण
- सर्जरी
निदान
थायरॉइड की समस्याओं का निदान रक्त परीक्षण, अल्ट्रासाउंड और कभी-कभी बायोप्सी द्वारा किया जाता है।
इलाज
थायरॉइड की समस्याओं का इलाज हार्मोन थेरेपी, दवाओं या सर्जरी द्वारा किया जाता है।
निवारण
- नियमित स्वास्थ्य जांच
- संतुलित आहार
- आयोडीन युक्त भोजन का सेवन
कब डॉक्टर को दिखाएं
यदि आपको अपने बच्चे में ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ध्यान दें: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी भी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं समझना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
क्या आप बच्चों में थायरॉइड की समस्याओं के बारे में और जानना चाहते हैं?
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