नये घर बनाने का शुभ मुहूर्त कैसे देखें | How to Choose a Shubh Muhurat for Constructing a New House - Blog 147



वास्तु पूजन और शिलान्यास क्यों जरूरी है?

भूमि का अर्थ है पृथ्वी और शिलान्यास का अर्थ है पहला पत्थर आपके भवन का। किसी जगह को अपना बसेरा बनाना चाह रहे हैं तो आपको देवताओं से आज्ञा लेने होते हैं। जिस भूमि के मालिक आप हैं वह भूमि लाखों साल से है। आज से 10000 साल पहले उस भूमि पर क्या था आपको पता है? यह भूमि शुभ है अशुभ है यह भी आपको नहीं पता। इसलिए उस भूमि का दोष मुक्त होना, कुलदेवता से से आज्ञा लेना, देवताओं को आवाहन करना, बहुत जरूरी होता है। देवी देवता, नवग्रह, कुलदेवता, ग्राम देवता, को सूचित करना जरूरी हो जाता है। और यही माध्यम है वास्तु पूजन का इसीलिए शुभ मुहूर्त निकाला जाता है ताकि शुभ मुहूर्त में ही देवी देवता आते हैं।

इसलिए पूजा पाठ का महत्व है और शिलान्यास का महत्व है। ताकि वह भूमि दोषमुक्त हो जाए और आपके रहने योग्य और घर बनाने योग्य हो जाए। इसलिए सही मुहूर्त में पूजा पाठ करके शिलान्यास करना, ईट रखना जरूरी होता है।

नये घर बनाने का शुभ मुहूर्त कैसे देखें


घर के निर्माण या भूमि पूजा - सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार

भूमि पूजा के लिए 
अच्छी तिथि :-भूमि पूजा के लिए द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा शुभ तिथियां मानी जाती हैं।

भूमि पूजन के लिए अच्छे महीने :- वैशाख, पौष, श्रवण, फाल्गुन और माघ भूमि पूजा के लिए शुभ महीने हैं।

भूमि पूजन के लिए अच्छे नक्षत्र - मार्गशीर्ष, हस्त, धनिष्ठा, पुष्य, रोहिणी, उत्तरा आषाढ़, उत्तर भाद्रपद, शतभिषा, चित्रा, अनुराधा और उत्तरा फाल्गुनी 

भूमि पूजन के लिए शुभ लग्न नींव पूजन के लिए कौन सा होता है ?
शुभ लग्न: वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, कुम्भ

भूमि पूजन के लिए चीजों की आवश्यक वस्तुएं हैं:- गंगा जल, नारियल, कलश, आम के पत्ते, दूध, पान के पत्ते, फल, कपूर, चावल, रोली, सुपारी, सिक्के, अगरबत्ती, इलायची, हल्दी पाउडर, फूल, कलावा, लाल सूती कपड़ा, देसी घी, दरबा घास, लौंग, आदि।


हमें भूमि पूजा क्यों करनी पड़ती है? :- भूमि पूजन या भूमि पूजा धरती माता का आशीर्वाद लेने और प्रकृति के पांच तत्वों, अर्थात् जल, पृथ्वी, आकाश, वायु व अग्नि को प्रसन्न करने के लिए की जाती है।

अगर घर में कोई महिला गर्भवती है तो क्या निर्माण कार्य शुरू करना ठीक है :- नहीं, अगर घर में कोई महिला सात महीने की गर्भवती है तो आपको किसी भी निर्माण कार्य से बचना चाहिए।

घर के निर्माण के दौरान क्या अनुष्ठान किया जाता है:- घर के मुख्य दरवाजे को लगाने की रस्म घर के निर्माण के दौरान की जाती है।

भूमि पूजन किसे करना चाहिए :- परिवार के मुखिया को अपनी पत्नी के साथ भूमि पूजन करना चाहिए।

भूमि पूजा मुहूर्त के दौरान किन देवताओं की पूजा की जाती है:- भूमि पूजा करते समय वास्तु पुरुष, देवी पृथ्वी, नाग देवता के साथ प्रकृति के पांच तत्वों की पूजा की जाती है।



घर निर्माण के मुहूर्त  :- घर निर्माण के मुहूर्त पर एक नज़र डालें:

भूमि पूजन: निर्माण कार्य शुरू होने से पहले धरती माता की पूजा-अर्चना करने की परंपरा है।

बलिदान: यह हिंदू धर्म में प्रसाद चढ़ाने की रस्म है।
हलकरण (Halakarshana): यह तब होता है जब जगह को समतल किया जाता है।
अंकुररपनम (Ankurarpanam): यह बीज बोने की रस्म है।
शिलान्यास: इसे भूमि पूजा भी कहा जाता है, यह ईंट की नींव रखने की रस्म है।
इसके बाद, कुएं या जल स्रोत की खुदाई की जाती है।
फिर, चौखट बनाया जाता है।
गृह प्रवेश: गृह प्रवेश पूजा नए घर में प्रवेश करते समय होती है।

भूमि पूजन में नींव खुदाई दिशा :- भूमि पूजन में नींव खुदाई की दिशा हमेशा उत्तर पूर्व से शुरू करते हुए उत्तर-पश्चिम और दक्षिण- पूर्व की तरफ लाएं।  इसकेसके बाद उत्तर- पश्चिम और दक्षिण- पूर्व से शुरू करके दक्षिण- पश्चिम तक साथ साथ करके खत्म करें।

भूमि पूजन के दौरान किन चीजों से बचना चाहिए?
व्यक्ति या परिवार के सदस्यों को किसी भी तरह की दुर्घटना या नुकसान से बचने के लिए भूमि पूजा करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए और इससे बचना चाहिए: 

इस दिन भूमि पूजन न कराएं: मंगलवार, शनिवार और रविवार जैसे दिन को भूमि पूजा कराने से बचना चाहिए। भूमि पूजा के लिए ये दिन बहुत शुभ नहीं माने जाते हैं।

इस पक्ष में भूमि पूजन न कराएं: दिवास्करमा, श्राद्ध पक्ष और हडपक्ष में ऐसे शुभ अनुष्ठान कराने से बचना हमेशा अच्छा होता है।

इन तिथियों को भूमि पूजन न कराएं: चौथी, नौवीं तथा चौदहवीं तिथि को गृह निर्माण की पूजा के लिए आदर्श नहीं माना जाता है। 


भूमि पूजन मुहूर्त (Bhumi Pujan Muhurat) - भूमि पूजन सामग्री सूची (Bhumi Pujan Samagri List)

यहां भूमि पूजा के लिए आवश्यक वस्तुओं की सूची दी गई है। हालाँकि, विभिन्न परंपराओं के अनुसार इसमें अंतर हो सकता है। भूमि पूजा के लिए आवश्यक चीजें हैं:  

हल्दी
अगरबत्ती
कुमकुम 
कपूर
फल
9 प्रकार के रत्न (नवरत्न)
पुष्प
सूखे खजूर
5 धातु (पंच लोहा)
हरे नीबू
9 प्रकार के बीज (नव धन्यम)
चिराग
आधा मीटर सफेद कपड़ा
5 ईंटें
कलश
10 पंचपत्र
कलश
देवता का चित्र/मूर्ति
पान के पत्ते और मेवा
आम के पत्ते
मिश्री
हवन सामग्री पैकेट
पान के पत्ते
पूजा थाली
लोटा
आसन के लिए तख़्ता 

जानें दिसंबर 2023 में कब है गृह प्रवेश मुहूर्त? 
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, दिसंबर में गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त 8th, 15th & 21st दिसंबर 2023 चुन सकते हैं।

नवम्बर 2023 भूमि पूजन के लिए शुभ मुहूर्त
23 नवंबर 2023, गुरुवार प्रातः 07:21 से रात्रि 09:12 तक
24 नवंबर 2023, शुक्रवार प्रातः 07:22 से रात्रि 09:08 तक

दिसम्बर 2023 भूमि पूजन के लिए शुभ मुहूर्त
29 दिसंबर 2023, शुक्रवार प्रातः 08:55 से दोपहर 12:05 तक


REFRANCE- 



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