DAP, NPK, Neem coated Urea खाद का ख़ासियत, विधि, कब और कितना इस्तेमाल करें - Blog 145

DAP, NPK, Neem coated Urea खाद का ख़ासियत, विधि, कब और कितना इस्तेमाल करें 

 कई किसानों को खाद डालने की सही जानकारी ना होने की वज़ह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसलिए किसानों को DAP, NPK और Urea खाद के इस्तेमाल की जानकारी होना बहुत आवश्यक है| क्योंकि फसलों में कम या ज़्यादा खाद डालने से फसलों को हानि पहुंच सकती है और नतीजन इससे किसानों के पैसो और फसल दोनों को नुकसान हो जाता है| इसलिए आज हम आपके लिए DAP, NPK और Urea खाद की जानकारी लेकर आये हैं| 

विश्व में दूसरा सबसे अधिक उर्वरक इस्तेमाल किया जाने वाला  देश भारत है.
उर्वरकों की भूमिका उपज बढ़ाने और मिट्टी को पोषक तत्वों के सही संतुलन की आपूर्ति करके स्वस्थ उत्पादन सुनिश्चित करना है। "उर्वरकों के बिना, मिट्टी समाप्त हो जाएगी और इसलिए पौधों को विकसित करना विशेष रूप से कठिन होगा। वे अकेले पानी पर जीवित नहीं रह सकते हैं, और न ही हम।

उर्वरक मिट्टी को कोई ह्यूमस प्रदान नहीं करते हैं लेकिन यह मिट्टी की भौतिक स्थिति में सुधार करता है।

उर्वरकों को मुख्य रूप से सभी आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए पौधों में जोड़ा जाता है, जो मिट्टी में मौजूद नहीं होते हैं और मिट्टी की बनावट और उर्वरता में सुधार करने के लिए भी।
उर्वरक मिट्टी में मौजूद रोगाणुओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जो नाइट्रोजन स्थिरीकरण और फसल के लिए उपयोगी अन्य महत्वपूर्ण रोगाणुओं में मदद करते हैं।

"खाद का सही इस्तेमाल करना किसानों के लिए उतना ही जरूरी है जितना की फसलों के बाद मिलना वाला लाभ" 


डीएपी, एनपीके, नीम और यूरिया खाद का उपयोग (Use of DAP, NPK, Neem and Urea fertilizers)
1. डी-अमोनियम फॉस्फेट उर्वरक (DAP)
2. एनपीके (NPK)
3. यूरिया उर्वरक (Urea Fertilizer)
4. नीम लेपित उर्वरक (Neem Coated Fertilizer)

1. डी-अमोनियम फॉस्फेट उर्वरक (DAP)
DAP = डाइ-अमोनियम फॉस्फेट, 
Content = डीएपी में 46% फास्फोरस (P) और 18% नाइट्रोजन (N) होता है.
Method = इस उर्वरक में फास्फोरस की मात्रा अधिक पाई जाती है, इसलिए इसे बुवाई से ठीक पहले खेत में छिड़का जाता है. इसके इस्तेमाल से पौधे अपने सामान्य आकार तक बिना किसी रूकावट के बढ़ते हैं.
use =  आप हेक्टेयर के हिसाब से पौधों की संख्या के बराबर DAP उपयोग (Use of DAP Per Hectare) कर सकते हैं. उदाहरण के लिए 1 हेक्टेयर के लिए 100 किग्रा डीएपी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
Work = इन उर्वरकों को बुवाई के ठीक पहले या समय पर लगाया जाता है, क्योंकि इनमें फास्फोरस (Phosphorus) की मात्रा अधिक होती है, जो जड़ की स्थापना और विकास को निर्धारित करता है|
यदि आप इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो पौधे अपने सामान्य आकार तक नहीं बढ़ सकते हैं क्योंकि प्रकृतिक रूप में बहुत अधिक समय लगता है.



2. एनपीके (NPK)

NPK = नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम 

Content =  नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम (12:32:16) (16:16:16)

Method =  कई वैज्ञानिकों का ऐसा दावा है कि एनपीके उर्वरक डीएपी से बेहतर है, क्योंकि यह मिट्टी को अम्लीकृत नहीं करता है. इसे फसलो की विभिन्न अवस्थाओ में दिया जाता हे

Work = इसमें सुपर फॉस्फेट, ट्रिपल फॉस्फेट शामिल होते हैं. यह 4:2:1 का एनपीके अनुपात मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करने का काम करता है. और फसलों की उपज में वृद्धि करता है. जिसके परिणामस्वरूप किसानों की आय में वृद्धि होती है.

use = खेत में एनपीके एक टन अनाज पैदा करने के लिए दोगुना उर्वरक या 30 से 40 किलो एन प्रति हेक्टेयर डालना है.

Fertilizer =  
वहीं नाइट्रोजन उर्वरकों में अमोनियम नाइट्रेट और अमोनियम सल्फेट शामिल हैं.

पोटासिक उर्वरकों में पोटेशियम नाइट्रेट और चिली सल्फेट शामिल हैं.

फॉस्फेटिक उर्वरकों में सुपर फॉस्फेट, ट्रिपल फॉस्फेट शामिल हैं.



3. यूरिया उर्वरक (Urea Fertilizer)

Urea = Nitrogen Base Fertilizer यूरिया का व्यापक रूप से कृषि क्षेत्र में उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है. नाइट्रोजन सामग्री और कम उत्पादन लागत यूरिया उर्वरक की खासियत है. सभी प्रकार की फसलों और मिट्टी के लिए यूरिया बेस्ट फ़र्टिलाइज़र में से एक है.

Work = यूरिया उर्वरक का मुख्य कार्य फसलों की वृद्धि को बढ़ावा देने के साथ नाइट्रोजन प्रदान करना है. यह उर्वरक पौधों को ताजा और हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है. यह किसी भी तरह की मिट्टी व फसल के लिए सबसे अच्छी फर्टिलाइजर मानी जाती है. लेकिन ध्यान रहे कि इसे खेत में हिसाब से डालना होता है. 

use = यूरिया को उसे करने का एक फार्मूला होता है. यदि आपको अपने खेत के हिसाब से यूरिया का उपयोग करना है तो आप इसको अपना सकते हैं उदाहरण के लिए- (उर्वरक की मात्रा किग्रा/हेक्टेयर = किग्रा/हेक्टेयर पोषक तत्व उर्वरक में पोषक तत्व x 100). वहीं एक अनुमान के मुताबिक यूरिया का प्रति एकड़ 200 पाउंड तक ही इस्तेमाल  (Use of Urea Per Hectare) करें.



4. नीम लेपित उर्वरक (Neem Coated Fertilizer)

Neem Coated Urea =  नीम लेपित यूरिया: नाइट्रिफिकेशन और अवरोध गुणों के लिए नीम के तेल के साथ यूरिया का छिड़काव किया जाता है. सभी स्वदेशी और आयातित यूरिया को नीम लेपित किया गया था ताकि यूरिया को धीमी गति से रिलीज किया जा सके और गैर-कृषि उद्देश्यों के लिए उपयोग करना मुश्किल हो।


किसानों को खेत में अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए नाइट्रिफिकेशन और अवरोध गुणों के लिए नीम के तेल के साथ यूरिया का छिड़काव करना चाहिए. बता दें कि नीम कोट यूरिया से धान, गन्ना, मक्का, सोयाबीन, अरहर/लाल चने की उपज में अच्छी वृद्धि होती है. मिली जानकारी के मुताबिक, यूरिया में 46% और 60% की उच्च एन और के सामग्री पाई जाती है. जोकि मिट्टी के लिए बेहतर होती है.



नीम के लेप से यूरिया से नाइट्रोजन निकलने की प्रक्रिया का पता चलता है और नाइट्रोजन की उपयोग क्षमता में वृद्धि होती है.

नीम कोट यूरिया से धान, गन्ना, मक्का, सोयाबीन, अरहर/लाल चने की उपज में वृद्धि होती है.

यूरिया में 46% और 60% की उच्च एन और के सामग्री होती है जो मिट्टी के स्वास्थ्य और फसलों के विकास में सुधार करने में मदद करती है.

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