जैव रसायन का कृषि में उपयोग | use of Bio Chemical in agriculture - Blog 49
🌿 जैव रसायन (Biochemistry) का कृषि में उपयोग
जैव रसायन (Biochemistry) वह विज्ञान है जो पौधों और जीवों में होने वाली रासायनिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है। कृषि में जैव रसायन का उपयोग उत्पादन बढ़ाने, मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने, और पौधों की सेहत बनाए रखने के लिए किया जाता है।
🔬 कृषि में जैव रसायन के मुख्य उपयोग
क्षेत्र | उपयोग |
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1. पौधों की वृद्धि | हार्मोन (जैसे ऑक्सिन, साइटोकाइनिन, जिबरेलिन) का अध्ययन कर फसल की बढ़वार को नियंत्रित करना। |
2. पोषक तत्वों की पहचान | पौधों में पोषण की कमी (जैसे नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश) को पहचानना और सही उर्वरकों का चयन करना। |
3. जैव उर्वरक (Biofertilizers) | नाइट्रोजन फिक्सिंग जीवाणु (Rhizobium, Azotobacter) का उपयोग फसल उत्पादन बढ़ाने में। |
4. कीट और रोग नियंत्रण | पौधों में रसायनिक बदलाव देखकर बीमारी या कीट का पता लगाना और समय पर जैविक/रासायनिक उपाय अपनाना। |
5. बीज विज्ञान | बीज अंकुरण, बीज उपचार और बीज की गुणवत्ता परीक्षण में जैव रासायनिक परीक्षणों का उपयोग। |
6. मिट्टी की उर्वरता | मिट्टी में उपस्थित सूक्ष्मजीवों और एंजाइमों के विश्लेषण से उसकी उर्वरता का निर्धारण। |
7. जैविक कीटनाशक और फफूंदनाशी | नीम, लहसुन, तुलसी जैसे पौधों से बने बायोकेमिकल्स का प्रयोग। |
8. आनुवंशिक सुधार (Genetic Engineering) | DNA, RNA आधारित तकनीकों द्वारा बेहतर किस्में विकसित करना। |
📘 प्रभाव और लाभ
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उत्पादन में वृद्धि
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कीटनाशकों पर निर्भरता कम
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पर्यावरण के अनुकूल खेती
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पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार
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अधिक टिकाऊ व पोषक फसलें
✅ निष्कर्ष:
जैव रसायन कृषि की रीढ़ बन चुकी है। इसके माध्यम से किसान अब पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़कर वैज्ञानिक और तकनीकी खेती कर सकते हैं जिससे उन्हें अधिक उत्पादन, लाभ और स्थायित्व मिलता है।
|| जैव रसायन || Bio Chemical ||
- जैव रसायन ऐसे इंजाइम प्रोटीन है जो पदार्थ को रसायनिक अभिक्रिया के लिए उत्प्रेरित करते है ।
- जीव रसायन का उपयोग चिकित्सा, भोजन, दवाइयों, सूक्ष्म जीव विज्ञान, उद्योगों के प्रसंस्करण, कृषि उत्पादों, कचरे के निपटान में किया जाता है
2. खट्टा जैव रसायन
3. मीठा जैव रसायन
- अभी नीम के फल आ रहे है आप कड़वा जैव रसायन बनाकर रख लेना । यह कीट रोधी होता है। फसल की शुरुआती अवस्था मे इसका 2 लीटर प्रति एकड़ उपयोग करने पर पौधों में कीट प्रकोप नही होगा ।
- खट्टा जैव रसायन को आप फसल की गभोट अवस्था मे डाले, अर्थात फूल आने के पहले । इस समय फूल आने के लिए पौधे को इसकी सख्त जरूरत रहती है।
- मीठा जैव रसायन आप फूल आने के बाद डाले इससे उपज के दाने या फल का स्वाद बढ़ जाएगा ।
अतः आप इसका ट्रांसपोर्टेशन भी कर सकते है |
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